apna sach

शनिवार, 30 अगस्त 2025

आवाजें

 कानों में आवाजों की परतें ,

        उन परतों में ढेर सारी आवाजों के दृश्य ,

अनमयस्क सी बीत रहे पलों को जी कर 

जब उनके बारे में सोचा तो,

            वहाँ आवाजें नही थी ,

 और वो अभी  भी 

     कानो से आ रही एक धीमी  

       शोर से घिरा था। 

कोई टिप्पणी नहीं: