apna sach

रविवार, 24 जनवरी 2010

जीवट

सारी दुनिया परेशान है ,
परेशान है जीने में ,मरने में ,
मरना उसे आता नहीं ,
और जीना उसे भाता नहीं
करते है जीने में ही मरने की कल्पना ,
और टोहते रहते है कब्र की दीवार ,
जिंदगी में भावनाओ में ,
यह सच है ,
जीने में कई बार मौत आती है ,
लेकिन मौत के बाद
जीवन ,
एक कही सुनी बात है ।

2 टिप्‍पणियां:

Unknown ने कहा…

aapki kavitaye dil ko chho gyee..............

Unknown ने कहा…

jeevan maran ki haqeeqat se parichay karvaati kavit