वक्त फूलों की सुगंध की तरह है
आसपास बस बिखर जाती है
आप चाहे तो उसे अंदर तक
समाहित करे ,
आनन्दित हो ,
स्वयं को उस पल में जोड़ दे
या
बस वहाँ से गुजर जाएं
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